सकारात्मक सोच कैसे रखे ? | Tips To Think Positive

सकारात्मक सोच कैसे रखे ? इसका जवाब आपको आगे मिलेगा। जीवन में सफल होने के लिए सकारात्मक सोच रखनी चाहिए। उसके लिए Tips To Think Positive। जिसे खुद में improvement लाकर जीवन में आगे बढ़ते हैं।

सकारात्मक सोच रखने वाले लोगों का जीवन सुख ,शांति से समृद्ध होता है।

वह अपने जीवन में आने वाली हर परिस्थिति का सामना मुस्कुराकर करते हैं। किसी भी कठिन परिस्थिति में से सकारात्मक सोच वाले लोग बड़ी आसानी से रास्ता निकालते हैं और अपनी मंजिल को पाते हैं।

सकारात्मक सोच रखने वाले व्यक्ति अपने व्यक्तिमत्व से दूसरे लोगों को प्रभावित करते हैं |

जीवन में हमेशा सकारात्मक सोच कैसे बढ़ाये , यह सीखना चाहिए।

जीवन में सकारात्मक सोच रखने का एक तरीका है कि जो काम करना आवश्यक है , उनको पहले मन से कीजिए। यह आदत अपनाने से Impossible काम भी बहुत आसानी से कर सकते हैं।

सकारात्मक सोच रखने वाले लोग नकारात्मक प्रभाव से हमेशा दूर रहते हैं। जैसे कि नकारात्मक लोग, नकारात्मक खाना-पीना।,नकारात्मक देखना, सुनना ,पढ़ना।

यह सारी बातें हमारे विचारों पे प्रभाव डालती है और हमारी सोच इन्हीं से बनती है।

इसलिए हमें इन बातों का ध्यान रखना चाहिए ऐसी बातोंसे दूर रहना चाहिऐ।

1) Do Every Work Quickly | हर काम जल्दी करो |

सकारात्मक सोच कैसे रखे ? इसकी पहली step हर काम जल्दी करो |

कोई भी काम जल्दी बिना टालमटोल किए करने की आदत बनाओ |हम लोगोको आदत होती है आज का काम कल काने की जिससे नकारात्मकता बढ़ती है। काम करके हम उतना नहीं थकते जितना हम काम टालमटोल करने की आदत से थकते है।

कोई भी काम पूरा करके हमें जिस आनंद और उत्साह का अनुभव होता है , वह काम टालमटोल करने की आदत से नहीं होता , बल्कि हमारी पूरी ऊर्जा ही उससे निकल जाती है।अगर हमे सकारात्मकता बढ़ानी है तो हमे तो हमे वर्तमान मैं जिने की आदत डालनी होगी।

हर काम आज नहीं तो अभी करने की आदत डालनी होगी।जो काम आप आज कर सकते है ,उसे कल करने की गलती मत करो।बेंजामिन फ्रेंक्लिन

2) Attitude  Of  Gratitude | कृतज्ञ मानसिकता को आपनाओ।

सकारात्मक सोच कैसे रखे ? इसकी दूसरी step कृतज्ञ मानसिकता को आपनाओ।Attitude Of Gratitude इसका मतलब है की हमें जो मिला है उसके बारे मैं सोचो।

ोा कुछ भी हो सकता है; जैसे की एक निरोगी शरीर ,अच्छा परिवार , आपका बच्चा , आपका घर जिससे आप खुश है।

जिससे हम भगवान को thanks बोल सकते है |

हमैं जो नहीं मिला उसके बारे मैं मत सोचो।

जब हम हमैं जो मिला है उसके बारे मैं सोचते है तब हमरे मन मैं एक पूर्णत्व की भावना निर्माण होती है |

हमारे पास जो नहीं है उसकी ओर हम सकारात्मकता से देखने लगते है। हमारे पास जो नहीं है उसके बारे मैं सोचते है उसे पाने की योजना बनाते है और रास्ते मिल जाते है।

एक positive Attitude develop होता है और हम सफलता की ओर बढ़ने लगते है।

3)Start Morning With positive Attitude | दिन की शुरवात सकारात्मकता से किजिये।

सकारात्मक सोच कैसे रखे ? इसकी तीसरी step दिन की शुरवात सकारात्मकता से किजिये |

सुबहः की शुरवात हमें सकारात्मक पढ़ने या सुनने से करनी चाहिए। सुबहः हमारा मन receiving mind होता है |

सुबह जो पढ़ते हैं सुनते हैं उसका प्रभाव हमारी पूरे दिन पर पड़ता है उससे हमारा Attitude निश्चित होता है ; जो तय करता है कि हम successful होंगे कि नहीं।

4)Learn Every Time | हमेशा सीखते रहो|

हमारे शरीर को जिस तरह हो भोजन की आवश्यकता होती ह। उसी तरह हमारे मन को अच्छे विचार की जरूरत होती है।

जब हम नया- नया पढ़ते हैं। सुनते हैं ।

नए स्किल आत्मसात करते है।

तो हमारा मन खुश रहता है , जिससे मन निरोगी और सुदृढ बनता है।

और हम सफलता की ओर बढ़ जाते हैं ।

5)Focus On Positive Things | सकारात्मक चीजों पर ध्यान दें |

हमें हर एक व्यक्ति और घटना में क्या अच्छा है यह देखना चाहिए ,ना की क्या बुरा है। जिससे सकारात्मक आत्मप्रतिष्ठा बढ़ती हैं।

जो हमारा positive Attitude बनाता है और हम हमारे लक्ष्य की और Focus करते हैं ,और सफलता की ओर बढ़ते हैं।

6) Spend Time With Positive People| सकारात्मक लोगों के साथ समय बिताएं |

हमें उसके साथ ही समय बिताना चाहिए ,जिनकी सोच सकारात्मक हो।

हमारी मेंटल हेल्थ पे संगत का बहुत असर पड़ता है। जैसी संगत वैसी जीवन में रंगत होती है।

कर्तुत्वसंपन संपन्न लोगों के सानिध्य में हमें भी कर्तुत्वसंपन बनने की प्रेरणा मिलती हैं।

अच्छे विचारवाले लोगों के साथ रहकर हमारे विचार भी अच्छे होने लगते हैं।

दान करने वाले लोगों की संगत में रहकर हम भी दानशूर बन जाते हैं।

कंप्लेंट करने वाले लोगों के साथ रहकर हम भी कंप्लेंट करने वाले ही बन जाते हैं।

हमारी Character की Quality हम किसके साथ Friendship करते हैं,उससे ही पता चलती है ।

इसलिए सकारात्मक सोच वाले लोगों के साथ रहना बहुत जरूरी है ।

7)don’t worry in vain | व्यर्थ चिंता न करें |

लोग व्यर्थ चिंता करते रहते हैं

,जैसे कि मेरी नौकरी गई तो क्या होगा ? मेरे बच्चे को Exam मैं अच्छी मार्क मिलेंगे ना, नहीं मिले तो क्या होगा ?

मेरे बाद मेरे परिवार को क्या होगा ? मुझे बिजनेस में प्रॉफिट में मिलेगा ना ?

इन सारी बातों की चिंता करते रहते है।

यह सारी बातें हमारी कंट्रोल में नहीं होती। क्यों हम उनकी चिंता करते रहते हैं ?

परिवार में एक भी इंसान अगर चिंता करता है, तो उसकी Negative Energy पूरे परिवार में फैल जाती हैं। कोई भी इंसान परिवार में खुश नहीं रहता।

जो चिंता करता है ,उसमें चिड़चिड़ापन , मानसिक अस्वास्थ बढ़ जाता है।

जो आदमी को चिंता करता है उसे वह जो चाहता है वह तो मिलता ही नहीं ,लेकिन फालतू की बातों मैं ही उसकी एनर्जी खत्म हो जाती है।

हमारे कंट्रोल में तो हमारा अभी का पल है। आज का दिन है। उसे खुशी से जियो। मिले हुए पल में या मिले हुए दिन में अच्छे कर्म करो, तो उसका फल मिलेगा ही।

फालतू की चिंता करना छोड़ दो। ऐसी सकारात्मक सोच से ही आप जीवन में successful हो सकते हैं।

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