जो होता है ,अच्छे के लिए होता है। ‘This is Good!’.

जो होता है अच्छे के लिए होता है । इस बात को क्या कभी अपने अनुभव किया है ? जैसे कि किसी कॉलेज की entrance exam की आपने बहुत तैयारी की होगी।

आपके parents आपके लिए दुआ कर रहे होंगे, कि आपको वह अच्छा वाला कॉलेज मिल जाए ,लेकिन एंट्रेंस एग्जाम रिजल्ट के लिस्ट मैं तो आपका नाम ही नहीं था।

उस टाइम आप कैसे सोचते थे। जो हुआ उसको बुरा महसूस करा कर लाइफ उसमें ही बिताना चाहते थे या दूसरा कॉलेज ढूंढना शुरू किया था। मुझे तो लगता है आपने दूसरा कॉलेज ढूंढना शुरू किया होगा। और फिर बाद मैं आपको पता चलता है की आपने जो कॉलेज ढूंढा है, वही अच्छा है।

क्यूंकि जो हो चुका है ,उसके बारे में सोचने का कोई फायदा नहीं होता। दूसरों को या खुद को दोष देने में कोई अर्थ नहीं होता। इसके अलावा आप जो कर सकते हैं ,उस पर फोकस करना जरूरी है।

आपने एक राजा और उसके मित्र की कहानी तो सुनी होगी।

जिसमें राजा का मित्र आनंदी और आशावादी स्वभाव का इंसान था। वह हमेशा बोलता था ,कि जो होता है अच्छे के लिए होता है।

एक दिन राजा अपने मित्र के साथ जंगल में शिकार करने गया था। राजा का मित्र हमेशा राजा के लिए बंदूक तैयार करता था। उस दिन क्या हुआ पता नहीं बंदूक जब राजा ने चलाई तो उसका अंगूठा ही टूट गया।

इस पर राजा का मित्र बोला, जो होता है ,अच्छे के लिए होता है। इससे राजा को बहुत गुस्सा आया। उसने अपने मित्र से कहा, ‘मेरा अंगूठा टूट गया’ ,यह अच्छा नहीं हुआ। राजा ने गुस्से में आकर अपने मित्र को जेल में डाल दिया।

कुछ दिनों के बाद राजा फिर से शिकार करने जंगल में गया। इस वक्त उसका मित्र उसके साथ नहीं था। उस दिन राजा को कुछ आदिवासी लोगों ने पकड़ लिया। वे लोग राजा को अपना भोजन बनाना चाहते थे।

उन लोगों ने राजा को बंदी बनाया। अपने साथ ले गए। शाम को उन लोगों ने राजा को मारने की और उसको खाने की पूरी तैयारी कर ली।

लेकिन वह आदिवासी लोग अंधविश्वास रखने वाले थे। उन्हें भोजन के लिए जो इंसान चाहिए था ,वह पूरा चाहिए था। उन्होंने राजा को देखा, तो उसका एक अंगूठा नहीं था। ऐसा अधूरा इंसान वे भोजन के लिए अशुभ मानते थे। इसलिए उन्होंने राजा को छोड़ दिया।

अब राजा को उसके मित्र ने जो बोला था ,’जो होता है, अच्छे के लिए होता है।’ यह याद आया। राजा को अपनी गलती समझ में आई।

राजा जब अपने राज्य में वापस आया तो उसने पहले अपने मित्र को जेल से मुक्त किया। मित्र से क्षमा मांगी |

मित्र ने कहा ,अच्छा हुआ ,आपने मुझे जेल में डाल दिया। जो होता है ,अच्छे के लिए होता है।

राजा ने पूछा ,इसमें कौन सी अच्छी बात है ? इस पर मित्र ने कहा ,अगर आप मुझे जेल में नहीं डालते ,तो मुझे आपके साथ शिकार के लिए ले जाते ,आप तो अधूरे थे ।

इसलिए आपको उन आदिवासी लोगों ने नहीं खाया ,लेकिन मैं तो पूरा था। वे मुझे जरूर खाते। इस पर राजा बोला ,बिल्कुल सही कहा।

सीख – इस कहानी से हमें यही सीख मिलती है ,कि हमारे लाइफ में बाहर कैसी भी परिस्थिति हो, हमें अच्छा ही सोचना है।

जब हमें यह आदत हो जाती है। तब हम कठिन परिस्थिति में भी अवसर ढूंढ लेते हैं ,नहीं तो अच्छी परिस्थिति भी कठिनाई लगती है।

इसलिए बाहर की परिस्थिति अच्छी या बुरी कैसी भी हो हमें अपने इमोशन कंट्रोल करना आना चाहिए। जब हम बोलते हैं, जो होता है ,अच्छे के लिए होता है। तब हम आशावादी माहौल तैयार करते हैं। जीवन की हर परिस्थिति का सामना हँसकर कर लेते हैं। यह एक सफल इंसान की क्वालिटी होती है।

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